Saturday, September 18, 2010

Teree Muskaan ....... (Your Smile........)

A smile can mean a lot. It can be a notation of joy, it can hide sorrows, it can be just a facade or it can be a symbol of deceit. Smile has many faces. I have tried to describe some of the aspects of a smile. The poem of mine describes smile and its many interpretations.



गोरे गोरे गाल पे आज
कुछ लाली सी छाई है ,
यह किस बात पर न जाने
तू यूँ शरमाई है ,
मौसम बहारों का तो आया नहीं है,
फिर तुने होंठों की कलियाँ क्यों खिलाई है?
बेरंग मौसम में जो ले आयी है जान,
कुछ और नहीं है , वोह है तेरी मुस्कान .......

जब हवा ने किया था इशारा
तेरे मेरी ज़िंदगी में आने का ,
गमो ने मेरे झिझक से
रुख किया बहार जाने का
इस तरह तेरा बनना मेरे दिल का मेहमान ,
मीठा सा एहसास, तेरी वोह मुस्कान .......

आँखों की वो पलक जो
छुपके इकरार करते हैं ,
दिल की वोह धड़कने जो
मेरे दिल से प्यार करते है ,
उन धडकनों के शोर से झूमते मेरे कान
प्यार में बेहेकना यु और तेरी वो मुस्कान .....

कौन कहता है की आज भी मुजस्समे बनते नहीं
ज़रा आके देखे आज कुदरत के कमाल को ,
तेरे नैनों के तीर ने यूँ कर दिया है घायल
की अब मिलते है जवाब हर एक सवाल को |
होठों के नीचे जो वो छोटा सा तिल है,
वो बढाती है तेरे हुस्न की शान ,
वो तिल अनमोल बनता है .....जब भी देखू तेरी मुस्कान .......

जब तू कभी मुझे पुकारती है
तो लगता है की जन्नत से बुलावा आया है ,
मुझे मुझसे ही दूर करने
न जाने कहाँ से ये छलावा आया है |
छलावो में यूँ हौले हौले मेरे फस रही है जान ,
क़त्ल होता हूँ मैं ....और तू देती है मुस्कान ......

यह होठो की हरक़त हर वक़्त मासूम नहीं होती,
कभी कभी इसमें क़त्ल के इरादे भी होते है
जो दिल को तो लुभाते है और मन भी बहलाते है
लफ़्ज़ों में कभी कभी वो झूठे वादे भी होते है
दिल को जीतना पहले और फिर छुपके लेना जान
जान लेवा भी हो सकती है कभी कभी मुस्कान ......

दुनिया में जब न थे चाँद सितारे
जब पूरा जहाँ वीरान सा था ,
शायद तुम्हारे हँसी देख कर
खुदा भी कुछ हैरान सा था
तुम्हारी हर अदा में डूबा हर एक इंसान
खुदा की खुदाई भी है तुम्हारी मुस्कान ........

ज़िंदगी की नाव जब मेरी
डोलती हो यूँ मजधार में
तुम होती हो मेरे पास
मेरी हर जीत में हर हार में
नाज़ुक से तुम्हारी काया पर ताक़त का निशाँ
सच है वो तुम हो ...और है तुम्हारी मुस्कान .......

अब मुझे लगा पता की क्यूँ तुम्हे बनके खुदा भी था हैरान
शायद सोचा नहीं था उसने की क्यों हैं ये मुस्कान ?
खैर छोडो ये बातें रूहानी, ये बातें भी करतें हैं परेशान
ज़माना तो दीवाना है देख कर तुम्हारी मुस्कान .......

मुझे तो लुभाते है हर तरीके तेरे.....
तेरी हर अदा पर है मेरा रुझान
पाया है जन्नत यहीं मैंने ......जब पाया है मैंने तेरी मुस्कान ......


A smile can really mean a lot of things.......

Love,

Kalyan

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