Friday, November 2, 2018

To fir ho jaane do ...... (Let it be....)

Why think of results, why think of rumors when you are with me..... Let the moments pass by let us live the moment.

तो फिर हो जाने दो  ........ 

मुलाक़ात अगर इश्क़ में बदल जाए 
तो इसे ज़ाहिर हो जाने दो 
कशिश हो या हो छलावा , इसे 
मुकम्मल हो जाने दो   ...... 

होठो पे कॉफी की बूंदों को रहने दो 
इसे गिराओ मत इस तरह की हो जाये ये बर्बाद 
दाग लगते है तो फिर लग जाने दो 

पेशानी के आगे ज़ुल्फ़ों का थोड़ा अँधेरा हो 
तो बुरा क्या है ?
इन अंधेरो में छुपे राज़ को राज़ रहने दो   ...... 

ज़माना कहाँ आज तफ्सील लेती है हर बात का 
इसे आदत है बस फलसफे उड़ेलने का 
उन फलसफा में गर थोड़ी मेरी बदनामी हो 
तो मेरे नाम में बदनामी रहने दो    ....... 

यह पल फिर न मिलेंगे तुम्हारे साथ तो आज 
क्यों न इस पल को जी लू मैं ?
लोगो की बातें तो फिर भी होंगी 
आज उन बातों को रहने दो  ....... 

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