Somebody's arrival in your heart may result in lot of change in you. Love brings with itself its own season and its own weather, which is unique and distinct for different persons. This poem of mine talks about the wetting of a parched heart with the incumbency of a monsoon called "love". For a person, who is totally devoid of this, love may look like an oasis within a huge network of sand-dunes.
मौसम आज कुछ रंग सा बदल रहा है
गा रहा है वो कुछ नए तराने ;
इश्क के नगमे यु गुनगुनाता है दिल
बनाता है तुमसे मिलने के नए बहाने |
ज़माने का दस्तूर मैं
तुम्हारे लिए कुछ भूल सा गया हूँ ...
जुल्फों की तुम्हारे घने छो में
मैं आज कुछ झूल सा गया हूँ..
अजनबी लोग भी मुझे आज अपने से लगते है
तुम्हारे इशारे भी मुझे कुछ सपने से लगते है .....
दिल लगाना तुमसे
मेरे लिए एक जूनून सा बन गया है....
मेरे दिल के आवारा गलियों में
तेरे प्यार का कानून सा बन गया है .......
सुलझ रही है बहुत सी उलझने जब से तू मुझे मिली है ....
पतझड़ बहार जैसे बन गयी है जब से तेरे होठों की कलि खिली है
तुम मेरे ज़िन्दगी में
लेके आयी हो एक नया सवेरा
आवारा मेरे धडकनों को आज
मिल गया जैसे तेरे प्यार का बसेरा |
राहें जो कुछ अनजाने से थे आज मैं उन्हें जानने लगा हूँ
जिन बातों पे शायद न था यकीन उनको भी मानने लगा हूँ |
तेरे प्यार का साया
मेरे तपते अरमानो पे कर गया चाओ
बुरे जो कोई ख्याल कभी आते है
वो लौट जाते हैं आज करके उलटे पाओ |
सारा जहाँ ढूँढता भी तो शायद न मिलता कोई तुमसा हसीन
धुंधले से मेरे सपने जो थे .....वो न होते यु रंगीन |
धडकनों की तेज़ी करती है एलान
आज मेरे इस दिल के इंक़लाब का
शायद सामना करना होगा
तुम्हे आज मेरे प्यार के सैलाब का
रिहा करदो मुझे तुम आज मेरे दिल के जंजीरों से
मेरे प्यार के राह पर लिखतो दास्ताँ आज अपने हाथों के लकीरों से |
Her arrival seems like a change of season which you are always expecting. However, it is very important, as I always say, to communicate this to her, in her way of understanding.
Love,
Kalyan
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